Digital Udan

आज हम जानेंगे Traditional Marketing and Digital Marketing में अंतर। Marketing क्या है? कोई भी Marketing जिसमें वैसी Activities शामिल हैं जो कंपनी के Promotion को बढ़ाने और Prospect को Customer के रूप में बदलने में सहायता करती हैं। आज के समय में, मार्केटिंग ने अपना स्वरूप पूरी तरह से बदल दिया है। आज एक आदमी को एक ही दिन में हजारों विज्ञापन देखने को मिलते हैं, चाहे वह Traditional हो या Digital विज्ञापन।

Traditional Marketing, Digital Marketing से कई मायनों में अलग है। Traditional मार्केटिंग में पहुंच Local या सीमित दायेरे में होती है, जबकि Digital Marketing अपनी पहुंच पूरे विश्व भर में कर सकती है। यानी वह विज्ञापन जिन्हें इंटरनेट पर रखा गया है, उन्हें जीवन के सभी Field के लोगों देख सकते हैं। यही Digital Marketing है और यही डिजिटलीकरण का Power है। Digital Marketing होता क्या है, इसके बारे में यहाँ पढ़ें। 

Traditional and Digital Markting

Digital Marketing और Traditional Marketing दोनों में मुख्य अंतर इसका माध्यम है। यहाँ इसे विस्तार से समझाया गया है -

Traditional (पारंपरिक) Marketing

Digital Marketing / Online Marketing

Traditional Marketing में किसी भी Business की Service और Products का विज्ञापन करने के लिए टीवी, समाचार पत्र, होर्डिंग, बिल-बोर्ड या पत्रिका का उपयोग किया जाता है। 

Digital Marketing में किसी भी Business की Service और Products का विज्ञापन करने के लिए Internet, Website और Social Media का उपयोग किया जाता है।

Traditional Marketing में Business का प्रचार-प्रसार, ऑफलाइन बिना इंटरनेट के उपयोग से किया जाता है। 1990 के दशक में इंटरनेट के आने से पहले, केवल इस प्रकार की Traditional Marketing का उपयोग किया जाता था। कुछ सामान्य पारंपरिक विपणन विधियों में शामिल हैं। जैसे - टेलीविज़न विज्ञापन, रेडियो विज्ञापन, पत्रिका, समाचार पत्र, होर्डिंग, फ़्लायर्स और पोस्टर, टेली-मार्केटिंग, डायरेक्ट मेलर्स, कूपन। 

Digital Marketing, Internet, Social Media और कई Digital Channels द्वारा अपने Products का प्रचार और व्यापार करना है। इसमें कई Digital Channel का उपयोग किया जाता है, जैसे - ई-मेल मार्केटिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, सर्च इंजन विज्ञापन, SEO, Affiliate Marketing, Influencer मार्केटिंग, वेबसाइट और ब्लॉग।

Traditional Marketing में Customer के साथ Engagement बहुत कम या न के बराबर होता है। टीवी, समाचार पत्र या पत्रिका में विज्ञापन देने के बाद Customer के Feedback का पता नहीं चलता है। इसलिए यह one-way communication का विज्ञापन कहलाता है।

Digital Marketing में किसी भी Business की Service और Products का विज्ञापन करने का बाद Customer वहाँ पर अपना Feedback दे सकता है और आप उसके साथ बातचीत कर सकते हैं। उसके साथ बातचीत कर अपने Products के बारे में Feedback भी ले सकते हैं। इसलिए यह two-way communication का विज्ञापन कहलाता है। 

Traditional Marketing में Customer के साथ Interaction कम होता है जिससे उसके Customer में Conversion की संभावना कम रहती है।

Digital Marketing में Customer के साथ Interaction ज्यादा होता है आप उसके साथ बातचीत कर सकते हैं। जिससे उसके Conversion की संभावना बहुत ज्यादा रहती है।

Traditional Marketing का Nature, Static होता है। विज्ञापन देने के बाद आपको जल्द Result नहीं मिलते हैं। आप आगे की Planning अंदाज से ही करते हैं।  

Digital Marketing का Nature, Dynamic होता है। यहाँ आपको जल्द Result मिलते हैं। जिसके हिसाब से आप आगे की Planning भी कर सकते हैं। 

Traditional Marketing में विज्ञापन देने के लिए आप जितने पैसे लगाते हैं। उसके बदले मे आपको जो Return मिलता है उसको आप Measure नहीं कर सकते।

Digital Marketing में विज्ञापन देने के लिए आप जितने पैसे लगाये हैं, इसको आप Return के साथ आसानी से Measure कर सकते हैं। 

Traditional Marketing ज्यादा मंहगा है और इसका प्रभाव भी ज्यादा नहीं है। अगर आपको एक शहर में फूल पेज का विज्ञापन देना है तो काफी पैसा खर्च करना पड़ता है। और यह कितना प्रभावी होगा, इसका पता आप नहीं लगा सकते।

Digital Marketing को करने मे खर्च बहुत कम लगता है और इसका प्रभाव बहुत ज्यादा है। अगर आपको एक शहर सारे Audience को अपना विज्ञापन दिखाना है तो Traditional Marketing की तुलना मे बहुत कम पैसे खर्च करने होते हैं। 

Traditional Marketing, डिजिटल मार्केटिंग की तुलना में अधिक महंगा है। समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, पैम्फलेट, फ्लायर का आपको Print करवानया होता है, इसका खर्च भी शामिल है। रेडियो और टेलीविजन पर विज्ञापन चलाना भी महंगा है और होर्डिंग किराए पर लेने की आवश्यकता है। यह सब डिजिटल मार्केटिंग में, कम लागत में हो जाता है।

अगर आपका बजट कम है, तो Digital Marketing आपके लिए एकदम सही है। सबसे अच्छी बात यह है कि आप सीमित बजट के साथ बहुत कुछ कर सकते हैं और ठीक वही Result मिलता हैं जो आप चाहते हैं। यह Traditional Marketing / पारंपरिक मार्केटिंग की तुलना में बहुत अधिक बढ़िया है। यहाँ बजट को नियंत्रित करना और ट्रैक करना भी बहुत आसान है। यह खासकर Startups Business के लिए बहुत अच्छा है। 

Traditional Marketing में विज्ञापन देने का और अपने Customer को Target करने का Standard और नपा-तुला तरीका है। जिसको आप चाहकर भी बदल नहीं सकते।

Digital Marketing में विज्ञापन देने का Area अपने हिसाब से Decide कर सकते हैं और और अपने Target Customer को Area के हिसाब से Modify कर सकते हैं, बदल सकते हैं। 

Traditional Marketing में आप उन प्लेटफार्मों, चैनलों और तकनीकों का उपयोग करते है जिसमें दो-तरफ़ा Communication न होकर एक-तरफ़ा Communication होता है। यहाँ पर विज्ञापन के कई रूपों में होता है, जो काफी महंगे होते हैं और पुराने तरीके वाले होते है जिसको आसानी से पहचाना जा सके।

Digital Marketing प्लेटफॉर्म उन चैनलों और तकनीकों का उपयोग करता है जिसमें दो-तरफ़ा Communication होता है। यहाँ पर होने वाले विज्ञापन को आप छू-कर देख नहीं सकते। लेकिन यह काफी प्रभावी होता है। इंटरनेट पर content को राजा माना जाता है, जो आपके दर्शकों को तुरंत प्रभावित कर सकता है। यदि आपके पास powerful content है तो आप अपने Customer को आसानी से प्रभावित कर सकते हैं। 

Traditional Marketing में विज्ञापन बनाने मे और इसे प्रकाशित करने में काफी दिमाग और पैसा खर्च होता है। और एक बार अगर आपने विज्ञापन दे दिया तो इसमें फेरबदल करना संभव नहीं होता है।

Digital Marketing में भी विज्ञापन देने के लिए दिमाग खर्च होता है लेकिन पैसे कम खर्च होते हैं। और विज्ञापन देने के बाद आप कभी भी इसमें बदलाव कर सकते हैं या विज्ञापन को भी बदल सकते हैं। इसलिए यह काफी Flexible होता है। 

Traditional Marketing में Customer /Audience / को विज्ञापन देखना मजबूरी हो जाता है, चाहे वह देखना चाहे या न चाहे। उसे देखना ही पड़ता है।

Digital Marketing में Customer/Audience सामने या रहे विज्ञापन अगर न देखना चाहे तो उसे को Skip भी कर सकता है। दर्शक से पास यह Option होता है। 

Traditional Marketing विभिन्न Offline तरीकों जैसे Print Media के माध्यम से फ़्लायर्स, पोस्टर और पैम्फलेट बनाकर किया जाता है। जिनका दुबारा उपयोग किया जा सकता है और इसे देखने के लिए इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता नहीं होती है। रेडियो पर विज्ञापन देकर स्थानीय दर्शकों /Customers तक पहुंचना आसान हो जाता है।

किसी भी Business के लिए Digital Marketing का उपयोग करना बेहद किफायती है, और कुछ Digital Marketing प्लेटफॉर्म पर आप इसे लगभग free में भी कर सकते हैं। इसलिए आप कम लागत में हीं अधिक से अधिक Audience / Customer प्राप्त कर सकते हैं।

अभी भी एक बड़ी आबादी, विशेष रूप से पुराने बुजुर्ग ग्राहक, जो अभी भी Traditional Marketing में विश्वास करती है। वे डिजिटल मार्केटिंग की अपेक्षा Traditional Marketing को ज्यादा पसंद करते हैं क्योंकि वे डिजिटल दुनिया के अभ्यस्त नहीं हैं।

Digital Marketing के द्वारा आपका Business पूरी दुनिया के दर्शकों तक पहुंच सकता है। लेकिन Traditional Marketing द्वारा आप केवल स्थानीय दर्शकों तक ही पहुंच सकते हैं।

Traditional Marketer बनने के लिए आपको Commerce में अपनी higher education की पढ़ाई पूरी करनी होती है। जैसे - बीकॉम, बीबीए जैसे Business के Field में Graduation की डिग्री प्राप्त करते हैं और करियर में आगे बढ़ने के लिए, आप MBA की भी पढ़ाई करते हैं इसके अलावा, आपके पास कुछ Knowledge और Experience भी होने चाहिए, जैसे - Planning Management, Copy Righting Skills, इवेंट मार्केटिंग और Public Relation.

Digital Marketer बनने के लिए, आपको अपनी higher education पूरी करनी होती है और फिर डिजिटल मीडिया, Communication, Website या Graphic Design, English या Arts में Graduation की डिग्री लेनी पड़ती है। Digital Marketer में Expert बनने करने के लिए आपके पास आपके पास कुछ और Knowledge व Experience भी होने चाहिए, जैसे - Organization और Project management, Data Analysis, Content Creation, SEO and SEM, Communication Skills, Social Media, Graphic Design Knowledge के साथ साथ Designing, Editing software भी सीखना होता है।

ज्यादा जानकारी के लिए आप इस वेबसाईट पर जा सकते हैं । 

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