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Why Do We Build Career as a Graphic Designer

Graphic Designer job

क्या आप बहुत सोचते है? क्या आपका दिमाग क्रिएटिव है? हमेशा कुछ न कुछ नया सोचते हैं। तो ग्राफिक डिजाइन आपके लिए एक बढ़िया करिअर हो सकता है। आप यहाँ बहुत पैसे कमा सकते हैं। 

ग्राफिक डिज़ाइनिंग एक क्रिएटिव और विशेषज्ञता भरी क्षेत्र है जिसमें आप विभिन्न प्रकार की विज़ुअल कम्युनिकेशन बनाने का मौका पाते हैं। यह क्षेत्र आपको कई लेवेल्स पर ऐक्टिव बनाता है, जैसे कि आर्ट, डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी आदि। 

यदि आपके पास आर्ट, डिज़ाइन और कलर में इंटेरेस्ट रुचि है, तो ग्राफिक डिज़ाइनिंग एक बढ़िया करियर हो सकता है। आपको न्यू आर्ट, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर और विज़ुअल कम्युनिकेशन के अन्य पहलुओं की समझ होनी चाहिए ताकि आप इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकें।

ग्राफिक डिज़ाइनर क्यों बनना चाहिए?

मैं आपको यहाँ कुछ टिप्स दे रहा हूँ कि आपको ग्राफिक डिज़ाइनर क्यों बनना चाहिए:

  1. स्थायिता और विकास: ग्राफिक डिज़ाइनिंग एक पर्मानेंट करियर options हो सकता है जिसमें आप अपनी स्किल्स को लगातार विकसित कर सकते हैं। इसमें आर्ट और डिज़ाइन के नए चीजों की खोज होती रहती है।
  2. क्रिएटिविटी और स्वतंत्रता: ग्राफिक डिज़ाइनिंग में आपको पर्सनली क्रिएटिविटी दिखाने का मौका मिलता है। आपको अपनी विचारों को आदान-प्रदान करने की स्वतंत्रता मिलती है और आप अपनी मनचाही रूपरेखा और कलर पैलेट चुन सकते हैं। 
  3. एक्सपर्ट: ग्राफिक डिज़ाइनिंग में काम करते करते आप इसमें एक्सपर्ट बन सकते हैं। आप कई तरह का डिजाइन बना सकते हैं और कई फील्ड के लिए प्रोफेशनल डिजाइनर बन सकते हैं, जैसे कि लोगो डिज़ाइन, वेब डिज़ाइन, प्रिंट मीडिया, पैकेजिंग डिज़ाइन, आदि।
  4. समृद्धि के अवसर: बिल्कुल सही अनुभव और स्किल्स कि आवश्यकता एक ग्राफिक डिज़ाइनर को होती है। और एक इस तरह के डिजाइनर कि विभिन्न उद्योगों में विज़ुअल कम्युनिकेशन की आवश्यकता होती है, जैसे कि मार्केटिंग, मीडिया आदि।
  5. सामाजिक प्रभाव: आप ग्राफिक डिज़ाइन के माध्यम से सामाजिक प्रभाव डाल सकते हैं, संदेश पहुँचा सकते हैं और विभिन्न समस्याओं पर ध्यान दिला सकते हैं।

ग्राफिक डिज़ाइनर कैसे बने?

ग्राफिक डिज़ाइनर बनने के लिए एजुकेशन, स्किल्स डेवलपमेंट जरूरी है और साथ ही प्रोफेसनल इक्स्पीरीएन्स का भी जरूरी है। नीचे एक स्टेप बाइ स्टेप मैंने आपको बताया है कि आप ग्राफिक डिज़ाइनर कैसे बने:

स्टेप 1: शिक्षा और प्रशिक्षण

  1. हाई स्कूल शिक्षा: अपनी हाई स्कूल शिक्षा पूरी करने से शुरुआत करें, जिसमें कला, डिज़ाइन और कंप्यूटर से संबंधित पाठ्यक्रम पढ़ें। ये आपको ग्राफिक डिज़ाइन कौशल के लिए मूल बनाएंगे।
  2. बैचलर्स डिग्री (ऑप्शनल): हालांकि बैचलर्स डिग्री हमेशा आवश्यक नहीं होती है, कई ग्राफिक डिज़ाइनर ग्राफिक डिज़ाइन, विजुअल आर्ट्स, फाइन आर्ट्स या संबंधित क्षेत्र में बैचलर्स डिग्री करना पसंद करते हैं। यह एजुकेशन करने से आपको डिज़ाइन के प्रिन्सपल, टाइपोग्राफी, कलर थिऑरीस और सॉफ़्टवेयर स्किल्स के बारे में समझेंगे।
  3. ऑनलाइन कोर्स और वर्कशॉप्स: ग्राफिक डिज़ाइन पर कई ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म हैं जो कोर्स और वर्कशॉप्स देते हैं। और ये वेबसाइट्स विभिन्न डिज़ाइनिंग फील्ड में कोर्स देती हैं जो ग्राफिक डिज़ाइन के विभिन्न स्किल्स को कवर करते हैं। ये शुरुआती और उन लोगों के लिए बढ़िया हो सकते हैं जो अपने डिज़ाइनिंग स्किल्स और अपनी मार्केटिंग को बेहतर बनाना चाहते हैं।

स्टेप 2: स्किल्स डेवलपमेंट / विकास:

Graphic design में skills develop करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. बेसिक नॉलेज: इसके लिए आप Graphic design के मेन प्रिन्सपल के बारे में जाने और इसके बारे में समझें, जैसे कि फॉन्ट, कलर थिऑरी आदि
  2. टाइपोग्राफी: फॉन्ट, टाइपफेस और अपने डिज़ाइन में टाइपोग्राफी का सही तरीके से उपयोग कैसे करें, इसे सीखें।
  3. कलर थ्योरी: कलर थिऑरी और इसके uses, यह कैसे काम करता है। कलर का कहाँ कहाँ पर use करें। कलर के संयोजन, और दिखावने योग्य कलर पैलेट्स कैसे बनाएं, इसकी जानकारी ले और इसे समझें।
  4. सॉफ़्टवेयर का नॉलेज: मेन मेन graphic design सॉफ़्टवेयर जैसे InDesign, Photoshop, Illustrator आदि कि ट्रैनिंग लें और इसे अच्छी तरह समझें। इन सॉफ़्टवेयर्स का प्रैक्टिस करें और उनके विभिन्न फ़ीचर्स के बारे में सीखें।
  5. बेसिक डिज़ाइन प्रिंसिपल्स: आपको डिज़ाइन प्रिंसिपल्स जैसे कि कमर्शियल डिज़ाइन, स्ट्रक्चर, प्रोपोर्शन, कलर थ्योरी, फ़ॉन्ट्स की समझ होनी चाहिए।
  6. Greetings और ब्लॉग्स: डिज़ाइन संबंधित Greetings, ब्लॉग्स, वेबसाइट्स पढ़ें और नए ट्रेंड्स और technic के बारे में जानकारी प्राप्त करें। 
  7. आर्ट और डिज़ाइन की समझ: आर्ट और डिज़ाइन से संबंधित पुस्तकें पढ़ें, अनलाइन जाएं और समझें, आर्ट के क्लासेस लें।
  8. वर्कशॉप और सेमिनार्स: डिज़ाइन से संबंधित वर्कशॉप और सेमिनार्स/webinar में भाग लें, जहाँ आप और भी एक्सपर्ट लोगों से सीख सकते हैं।
  9. प्रैक्टिस और प्रॉजेक्ट्स: नियमित रूप से डिज़ाइन के प्रैक्टिस करें और विभिन्न प्रॉजेक्ट्स पर काम करें। यह आपकी क्रिएटिविटी और तकनीकों को सुधारेगा और आप एक्सपर्ट बनेंगे। 
  10. Review और improvement: अपने काम की समीक्षा करें और अपनी कमियों को सुधारने का प्रयास करें।
  11. कॉन्स्टेंट लर्निंग: डिज़ाइन जगत में नए टूल्स और तकनीकों की नियमित जानकारी प्राप्त करते रहें।
  12. पोर्टफोलियो कि तैयारी: अपने क्रिएटिव काम का एक पोर्टफोलियो तैयार करें, जिसमें विभिन्न प्रकार के प्रॉजेक्ट्स शामिल हों।
  13. क्रिएटिविटी: नए और अनोखे विचारों को खोजें visualize करे और अपने डिज़ाइन को बढ़िया बनाने के लिए उन्हें अपनाएं।\
  14. फ़ीडबैक का महत्व: अपने काम को प्रोफेशनल डिज़ाइनर्स से और अपने सहकर्मियों से चर्चा करें ताकि आप अपनी कमियों को पहचान सकें और सुधार सकें।
  15. डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर: उद्योग में मान्यता प्राप्त डिज़ाइन सॉफ़्टवेयर जैसे Adobe Creative Suite (Photoshop, Illustrator, InDesign) में माहिर हो जाएं। ये सॉफ़्टवेयर ग्राफिक डिज़ाइन क्षेत्र में व्यापक रूप से use होते हैं।
  16. लेआउट और स्ट्रक्चर: विसुअल हियरार्की, बैलन्स और आकर्षक लेआउट्स बनाने के बारे में सीखें और प्रैक्टिस करें।
  17. डिजिटल इलस्ट्रेशन: Adobe Illustrator जैसे सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके डिजिटल इलस्ट्रेशन की तकनीकों को समझें।
  18. वेब डिज़ाइन की जानकारी: वेब डिज़ाइन के प्रिन्सपल की जानकारी प्राप्त करें, क्योंकि कई ग्राफिक डिज़ाइनर वेब संबंधित प्रोजेक्ट पर काम करते हैं।

स्टेप 3: पोर्टफोलियो तैयार करें:

अपने सर्वश्रेष्ठ काम का पोर्टफोलियो तैयार करें। उन्हें विभिन्न प्रकार की प्रोजेक्टस में शामिल करें जो आपके स्किल्स, एक्शन और Diversity को दिखाते हैं। इसमें लोगो डिज़ाइन, पोस्टर, ब्रोशर, वेबसाइट आदि शामिल हो सकते हैं। जब आप नौकरियों या फ्रीलांसिंग के काम के लिए apply करें, तो वहाँ आपके पोर्टफोलियो का महत्वपूर्ण योगदान होगा।

स्टेप 4: इक्स्पीरीअन्स लें:

इंटर्नशिप: डिज़ाइन एजेंसियों, विज्ञापन कंपनियों या इनहाउस डिज़ाइन डिपार्ट्मन्ट में इंटर्नशिप या फ्रीलैन्स डिजाइनर का जॉब ढूँढे। इससे आपको Professional Experience मिलेगा और आप अपना नेटवर्क बना सकते हैं। 

फ्रीलांसिंग: कई तरह के प्रोजेक्ट पर काम करें और इसका अनुभव प्राप्त करें और अपनी पहचान को बनाने के लिए फ्रीलांसिंग भी करें। UpworkFreelancer, और Fiverr जैसी वेबसाइट्स पर अपना प्रोफाइल बनाकर नए नए क्लाइंट्स की खोज करें और उनके लिए काम करें। इससे आपको additional इनकम मिल सकता है।

स्टेप 5: नेटवर्किंग:

बिजनस फंगक्शस और exhibition, वर्कशॉप्स और डिज़ाइन वर्कशॉप्स में भाग लेकर फोटोग्राफरों के साथ मिलें। इससे आपको नेटवर्किंग और नौकरी के अवसरों, इंडस्ट्रीज़ की जानकारी और उनका सहयोगों के बारे में सीखने में मदद कर सकती है। 

स्टेप 6: नौकरी खोजें:

अपने स्किल्स और इंटेरेस्ट के साथ मेल खाते हुए ग्राफिक डिज़ाइनर पोस्ट का जॉब सर्च करें। आमतौर पर इन नौकरीयों में ग्राफिक डिज़ाइनर, विजुअल डिज़ाइनर, UX/UI डिज़ाइनर आदि होते हैं।

स्टेप 7: हमेशा सीखते रहना:

ग्राफिक डिज़ाइन का फील्ड हमेशा बदलता रहता है। इसलिए इसमें नए नए डिज़ाइन न्यूज, सॉफ़्टवेयर अपडेटों और डिज़ाइन इंडस्ट्रीज़ डेवलपमेंट के बारे में जानकारी लेते रहें। इसके लिए यह आवश्यक है कि आप सीखने के लिए हमेशा तत्पर और उत्सुक रहें।

निष्कर्ष

अंत में, यहाँ यह ध्यान रखें कि सफल ग्राफिक डिज़ाइनर बनने में समय और समर्पण लगता है। सफल ग्राफिक डिज़ाइनर बनने में समय और समर्पण बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। आपको हमेशा क्रिएटिविटी और आईडिया का विकास करना होता है। आपके स्किल्स, समय के साथ प्रैक्टिस, प्रैक्टिकल, सफलताओं और असफलताओं से हमेशा सिखते रहना होगा। इसके बारे अधिक जानकारी के लिए यहाँ पढे। या हमसे व्हाट्सप्प पर संपर्क करे। 

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